आर्थिक मंदी
आर्थिक मंदी को लेकर दिग्गज निवेशक जिम रोजर्स का बड़ा बयान, कहा - भारत में अब...

दिग्गज निवेशक जिम रोजर्स ने हाल ही में 'स्ट्रीट स्मार्ट्स: एडवेंचर्स ऑन द रोड एंड इन द मार्केट्स' के नाम से किताब लिखी है. उनका मानना है कि फिलहाल खरीदारी करने के लिए चीन के बाजार बेहतर स्थिति में नजर आ रहे हैं, जबकि अमेरिकी में ऊंची ब्याज दरों के बीच खरीदारी का मौका नहीं है.
मौजूदा समय में लगभग पूरी दुनिया आर्थिक अस्थिरता से जूझ रही है. हालांकि, भारत में अभी तक इसका व्यापक असर देखने को नहीं मिला है. लेकिन फिर भी एक्सपर्ट्स सावधानी बरतते नजर आ रहे हैं. रोजर्स होल्डिंग्स के चेयरमैन जिम रोजर्स ने कहा कि 2008 की तुलना में इस बार की आर्थिक मंदी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है. स्ट्रीट स्मार्ट्स: एडवेंचर्स ऑन द रोड एंड इन द मार्केट्स किताब के लेखक ने बताया कि सबसे खराब स्थिति अभी सामने नहीं आई है लेकिन इसके खतरनाक परिणाम 2024 और 2025 में देखने को मिल सकते है. रोजर्स का मानना है कि अमेरिका अन्य देशों की तुलना में बहुत खराब स्थिति में होगा. लेकिन भारत भी इससे अछूता नहीं रहेगा.
मनीकंट्रोल से खास बातचीत में रोजर्स ने कहा कि हाल के दिनों में भारत ने बाकी देशों की तुलना में अपनी अर्थव्यवस्था को अच्छे से संभाला है. लेकिन अगर उन्हें भारत और चीन के बीच एक विकल्प चुनने को मिलता है तो वह चीन को चुनेंगे. कोरोनोवायरस की लहर के चलते लागू की गई जीरो-कोविड पॉलिसी की वजह से चीनी इक्विटी में काफी गिरावट आई थी, लेकिन रोजर्स उसके आकर्षक वैल्यूएशन से काफी प्रभावित हुए हैं.
भारत की जगह चीन में खरीदारी का मौका
रोजर्स ने कहा कि भारत निश्चित रूप से हाल के दिनों में एक बहुत अच्छा मार्केट रहा है, लेकिन उन्हें संदेह है कि आगे भी ये सिलसिला बरकरार रहेगा. कोरोनावायरस के चलते चीन की स्थिति सही नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है मैं इसे खरीदना पसंद करूंगा. मैं अभी भारत के बजाय चीन को खरीदना पसंद करूंगा क्योंकि चीन ज्यादा नीचे है. लेकिन मैं अभी कुछ भी खरीदने के लिए जल्दी नहीं कर रहा हूं.
उन्होंने आगे कहा कि एक बार बड़ी बिकवाली शुरू हो जाने के बाद वह भारत, चीन और जापान जैसे मार्केट्स में इन्वेस्ट करने से परहेज नहीं करेंगे. हालांकि, वह जल्दबाजी नहीं करना चाहते हैं, क्योंकि दुनिया फिलहाल गंभीर कर्ज के मुद्दों का सामना कर रही है.
भारत में फिलहाल जिन रोजर्स का निवेश नहीं
जब उनसे पूछा गया कि क्या फिलहाल उनके पोर्टफोलियो में भारतीय शेयर हैं और अब अमेरिका जैसे विकसित मार्केट से कैसे संपर्क करना चाहिए? उन्होंने जवाब दिया कि भारत में उन्होंने किसी भी प्रकार का निवेश नहीं किया है. हालांकि, चीन और जापान में उन्होंने इन्वेस्ट किया है. उनके पोर्टफोलियो में कमोडिटीज, एनर्जी, एग्रीकल्चर, सोना और चांदी हैं. रोजर्स ने आगे कहा कि वह अमेरिका में भी निवेश के मूड में नहीं हैं. अमेरिका ब्याज दरों के मामले में अपने सर्वकालिक उच्च स्तर के करीब है और कर्ज वहां बढ़ता ही जा रहा है. उन्हें उम्मीद है कि आने वाले समय में अमेरिका की हालत सबसे खराब होगी.
गोल्ड और सिल्वर सबसे सुरक्षित ऑप्शन
रोजर्स ने कहा कि जब कीमतें गिरती हैं, तो गोल्ड और सिल्वर में भी थोड़ी देर के लिए गिरावट आती है. लेकिन ये आमतौर पर फिर से ऊपर जाने वाली पहली चीजों में से होते हैं. उन्हें उम्मीद है कि ऐसा दोबारा होगा. उन्होंने आगे कहा कि भारतीय दुनिया में गोल्ड और सिल्वर के बारे में ज्यादा जानते हैं. उन्होंने गोल्ड और सिल्वर के बारे में जो कुछ भी सीखा, वह भारतीयों से ही सीखा.
.jpg)

Comments
Post a Comment